tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post8778752895616502018..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: शर्मनाक कुकृत्य (भाषा से परे अभिव्यक्ति)रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-55569823857328082052012-12-25T10:56:54.101+05:302012-12-25T10:56:54.101+05:30कविता जी की बात से पूर्णतः सहमत | कहना तो बहुत कुछ...कविता जी की बात से पूर्णतः सहमत | कहना तो बहुत कुछ चाहता हूँ लेकिन सच तो ये है कि मैं खुद शर्मिंदा हूँ इस कृत्य से | कहीं न कहीं ये समाज मुझे भी उन दानवों से जोड़ता है | शायद मैं और समाज का हर सदस्य भी कुछ हद तक इस राक्षशी घटना में भागीदार हैं |<br />मेरी माँ को मुझ पर फक्र है ,<br />मेरी बहन भी नाज करती है मुझ पर ,<br />वो भी तो किसी का बेटा था ,<br />शायद किसी का भाई भी रहा होगा ,<br />कोई होगा , जो उस पर भी फक्र करता होगा ,<br />अब खुद पर शर्म आती है ,<br />नजरें नहीं मिला पाता हूँ खुद से ,<br />आईना देखता हूँ ,<br />तो कहीं उसका भी अक्स दिख जाता है |<br />.<br />@!</\$}{<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-63488422364026739912012-12-24T18:05:55.176+05:302012-12-24T18:05:55.176+05:30क्या लिखूं ....... आज भी कहने वाले कह रहे , दिल्ली...क्या लिखूं ....... आज भी कहने वाले कह रहे , दिल्ली में हुए बलात्कार को ही क्यों महत्व दिया जा रहा .........विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-25305650202134764852012-12-23T18:46:55.976+05:302012-12-23T18:46:55.976+05:30जैसे मांस पर गिद्ध मंडराते हैं ,वैसे ही महिलाओं पर...जैसे मांस पर गिद्ध मंडराते हैं ,वैसे ही महिलाओं पर ये कामान्ध नर गिद्ध मंडराते ही रहते हैं ! गिद्ध तो बेचारे मरे हुए पशुओं का ही मांस नोचते खाते हैं ,पर ये कामी कुत्ते तो ज़िंदा नारियों का मांस नोचने को फिरते हैं कदाचित किसी महिला में कहीं कोई कमजोरी दिखी नहीं ,कोई महिला बेचारी अकेली दिखी नहीं ,उसे डरा धमकाकर ब्लकमेल कर और जोर जबरदस्ती कर पथभ्रष्ट करने से नहीं चुकते ! कवि की ये पंक्तियाँ बरबस ही याद हो उठती हैं –<br />नारी जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी <br />आँचल में है दूध और आँखों में पानी <br />आज देश /प्रदेश में सरकारें चाहे जो भी दावा करें, कानून व्यवस्था की स्तिथि ठीक नहीं है। चोराहों पर पुलिस वालों को चंदा इकठ्ठे करने के सिवा शायद कोई काम नहीं! अकेले रहने वाली महिलाओं का जीवन सुरक्षित नहीं रह गया है। राह चलते महिलाओं के साथ बदतमीजी, चेन स्नेचिंग आम बात है। लेकिन इस चलती बस में सामूहिक बलात्कार की शर्मनाक व वीभत्स घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है ! जागो हिन्दुस्तान जागो ...... <br />jainrohtak@gmail.com <br />http://www.teerthankar.blogspot.in<br /><br /><br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16753740107932119121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-71154745491092137002012-12-23T18:32:16.850+05:302012-12-23T18:32:16.850+05:30दिल्ली के इस कृत्य पर भड़ास तो इतनी है दिल में कि ...दिल्ली के इस कृत्य पर भड़ास तो इतनी है दिल में कि शब्द ही कम पड़ जाएंगे...लेकिन फिर भी मैंने भी कुछ पन्ने स्याह कर अपनी भड़ास निकालने की कोशिश की है..<br />देखें- filmihai.blogspot.com Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-25171003296737072462012-12-23T12:34:29.013+05:302012-12-23T12:34:29.013+05:30शर्मसार करदेने वाली घटनाएं हैं ये ... पुरुष होने प...शर्मसार करदेने वाली घटनाएं हैं ये ... पुरुष होने पे लज्जा आती है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-17129397937936002502012-12-23T11:56:05.365+05:302012-12-23T11:56:05.365+05:30यूं तो ऐसी घटनाएँ हर जगह घटी ही रहती परन्तु इस हृद...यूं तो ऐसी घटनाएँ हर जगह घटी ही रहती परन्तु इस हृदयविदारक कृत्य ने सभी अंदर तक झकझोर दिया है. अब वक्त आ गया है इन ज्यादितियों की इति का.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-87887858697900536892012-12-22T22:07:30.803+05:302012-12-22T22:07:30.803+05:30बेहद शर्मनाक हादसा हुआ है ! संसद और क़ानून तो नेताओ...बेहद शर्मनाक हादसा हुआ है ! संसद और क़ानून तो नेताओं की मर्जी से चलते हैं लेकिन कुछ कदम तो समाज में रहने वाले भी उठा सकते हैं ! ऐसे लोगों का पूरी तरह से सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाना चाहिये ! तभी शायद माता पिता बच्चों को अच्छे संस्कार देने के लिए प्रेरित हों ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-50868940896022395442012-12-22T20:55:11.028+05:302012-12-22T20:55:11.028+05:30ऐसे कुकृत्यों पर यदि कानून अपने हाथ नहीं उठा पा रह...ऐसे कुकृत्यों पर यदि कानून अपने हाथ नहीं उठा पा रहा ,सही न्याय की उम्मीद करना बेकार होगा, हम में से ही समाज के कुछ लोगों को आगे आना होगा, दुराचारियों को बीच चौराहे पर सजा देनी होगी | जिससे ऐसे करने से पहले रूह कांप जाये दुराचारियों के | डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर (लारा) https://www.blogger.com/profile/00271115616378292676noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-43131909138693615782012-12-22T20:13:07.135+05:302012-12-22T20:13:07.135+05:30बस अब और नहीं अब तो हल निकलना ही चाहिये इस वीभत्सत...बस अब और नहीं अब तो हल निकलना ही चाहिये इस वीभत्सता का। दिल दिमाग शून्य होने लगते हैं सोचते ही।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-14022884165791170242012-12-22T18:08:07.676+05:302012-12-22T18:08:07.676+05:30...:(.... bas itna se hi dard deekha sakta hooon...:(.... bas itna se hi dard deekha sakta hooonमुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-69087161944445570752012-12-22T18:01:57.244+05:302012-12-22T18:01:57.244+05:30 ab had gujar chuki hai , ab aar-paar ki l... ab had gujar chuki hai , ab aar-paar ki ladai ladani hogi. sansad men sirf svarhpurn baton parcharcha aur hangame hote hain. aise masalon par sochane ki phursat kisko hai ?रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-59301453047819784442012-12-22T16:31:11.758+05:302012-12-22T16:31:11.758+05:30culprit must punished in the same manner!culprit must punished in the same manner!Khare Ahttps://www.blogger.com/profile/08834832296834095341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-20363223279935465792012-12-22T16:25:51.880+05:302012-12-22T16:25:51.880+05:30जिंदगी कब अपने मायने बदल दे ये कोई नहीं जानता...अब...जिंदगी कब अपने मायने बदल दे ये कोई नहीं जानता...अब एक सही समय है जब सबको लगता है कि कुछ बदलाव जरुर हो तो इसकी शुरुआत अगर हम अपने घर से करें तो बेहतर होगा....दिल्ली के इस गैंग रेप ने सबको झंझोर कर रख दिया है और सोचने पर मजबूर किया है कि <br />आखिर कब तक ???????Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.com