tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post5177817422995151351..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: जीवन और आत्मारवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-55130672737818214322012-02-22T11:00:50.379+05:302012-02-22T11:00:50.379+05:30आत्मा और जीवन ... आत्मा अमर ... आत्मा का अर्थ प...आत्मा और जीवन ... आत्मा अमर ... आत्मा का अर्थ प्राण वर्ना ये तन निष्प्राण ... बहुत ही गहन भावों से परिचित कराती पोस्ट ... सार्थक प्रयास ..आभार आपका इस प्रस्तुति के लिए ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-8803924763285817142012-02-21T15:47:58.971+05:302012-02-21T15:47:58.971+05:30काफ़ी अच्छा विमर्श है और जीवन को आत्मा से जोडने का...काफ़ी अच्छा विमर्श है और जीवन को आत्मा से जोडने का सबका नज़रिया चाहे अलग हो मगर उद्देश्य सबका एक ही है और हल भी……………वाणी जी का कहना भी सही है…………ये एक बेहद गंभीर चिन्तन है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-85662143385748606602012-02-21T15:01:05.688+05:302012-02-21T15:01:05.688+05:30बहुत गहन विषय है यह...अच्छा लगा पढ़कर, आत्मा जब दे...बहुत गहन विषय है यह...अच्छा लगा पढ़कर, आत्मा जब देह धरती है तब भोक्ता है, शरीर साधन है. देहातीत होने पर वह परमात्मा के समकक्ष ही है.ऐसा मेरा मानना है.Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-43936685502119813952012-02-21T12:28:27.648+05:302012-02-21T12:28:27.648+05:30स्कूल में पढ़ते हुए कभी किसी कागज़ पर अपनी ही लिखी...स्कूल में पढ़ते हुए कभी किसी कागज़ पर अपनी ही लिखी कुछ पंक्तियाँ याद है ...आत्मा परमात्मा का अंश है तो बुरे लोंग भी तो उसी परमात्मा का अंश है , उनके किये काम भी तो ईश्वर के ही हैं तो फिर उनसे नफरत क्यों ...बड़े होने पर समझ आया कि आत्मा अंश है ईश्वर का मगर जीवन के लिए उसने जो बुद्धि प्रदान की उसे विवेक भी दिया है ! कुछ लोंग इसका प्रयोग करते हैं , कुछ नहीं करते <br />आत्मा और शरीर में फर्क यही है !<br />अच्छा विमर्श !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com