tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post2820737934362181825..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: यलगार है (फेसबुक से)रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-13124792767646931922012-12-31T09:44:29.298+05:302012-12-31T09:44:29.298+05:30हम जितना कहे उतना कम है... हम शोक व्यक्त कर रहे है...हम जितना कहे उतना कम है... हम शोक व्यक्त कर रहे है, हम रोष प्रकट कर रहे है पर उन दरिंदों द्वारा दिए दर्द को जो उसने सहा होगा उसे सोंच के मन काँप जाता है... सिर्फ एक महीने पहले मेरी शादी हुई है और मैं अपनी पत्नी से कहता हूँ की तुम्हे घर से बाहर नहीं निकलना है... जो भी काम हो मुझे बताओ... मैं भी अगर साथ होता हूँ तो दिन ढलने से पहले वापस आने की बात करता हूँ... वो लड़की मेरी कुछ नहीं लगती थी, पर उसकी मौत ने मुझे अन्दर तक भयभीत किया है... मुझे शर्म आती है ये कहते हुए कि मैं मर्द हूँ क्योंकि चाहते हुए मैं कुछ नहीं कर रहा हूँ... क्योंकि मुझे मेरे परिवार का डर सताता है... लोग श्रधान्जली दे रहे है पर मैं उसे अपना सलाम देना चाहता हूँ... Crazy Codeshttps://www.blogger.com/profile/13403617601253452747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-13815893170021555982012-12-30T21:23:29.332+05:302012-12-30T21:23:29.332+05:30संघर्षरूपा को श्रद्धांजलि..संघर्षरूपा को श्रद्धांजलि..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-31271938039642047622012-12-30T13:18:13.049+05:302012-12-30T13:18:13.049+05:30साहस करके पढ़ना पड़ा। हर किसी की अनुभूति भीतर तक उतर...साहस करके पढ़ना पड़ा। हर किसी की अनुभूति भीतर तक उतरती चली गयी ....ताजे रिसते व्रणों को छीलती चली गयी .....किंतु मैं आश्वस्त हुआ कि इस सबके पश्चात् भी चेतना शेष है कुछ लोगों में। मानवता मरी नहीं ......लोगों की करुणा ...लोगों का क्रोध साक्षी है इस बात का। बस! यह ज्योति जलती रहनी चाहिये। किसी ने बताया वेदना था नाम दामिनी का? हमारे लिये तो वह दामिनी भी है वेदना भी और वन्दना भी। अकल्पनीय वेदना को भोगने वाली वीरांगना हमारी वन्दना। जाओ बेटी! जहाँ गयी हो वही सर्वाधिक और एकमात्र सुरक्षित स्थान है तुम्हारे लिये। हम तो कापुरुष निकले। तुमसे क्षमा माँगने के लायक भी नहीं। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-88973377380753788492012-12-30T11:10:37.494+05:302012-12-30T11:10:37.494+05:30बलिदान व्यर्थ ना जाये अब हमें यही सुनिश्चित करना ह...बलिदान व्यर्थ ना जाये अब हमें यही सुनिश्चित करना है. यही श्रधांजली होगी हम सब की तरफ से.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-5595266269355344712012-12-30T00:09:20.398+05:302012-12-30T00:09:20.398+05:30तम आज गहनतम हैं।
स्तब्ध आम जन हैं।
हौसले अभी टूट...तम आज गहनतम हैं। <br />स्तब्ध आम जन हैं। <br />हौसले अभी टूटे तो नहीं, <br />हर आंख लेकिन नम हैं।<br /> --http://goo.gl/pRFhY Rahul Paliwalhttps://www.blogger.com/profile/10172932105201007746noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-8675199037812807942012-12-29T23:05:56.548+05:302012-12-29T23:05:56.548+05:30bhava bhini sradhanjli bhava bhini sradhanjli Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01748134514707404875noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-70391424889480428572012-12-29T22:09:13.621+05:302012-12-29T22:09:13.621+05:30यह शानदार अभिव्यक्ति है ? - आह !!!यह शानदार अभिव्यक्ति है ? - आह !!!रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-51450896476782282962012-12-29T21:59:35.209+05:302012-12-29T21:59:35.209+05:30शानदार अभिव्यक्ति,
जारी रहिये,
बधाई।शानदार अभिव्यक्ति,<br />जारी रहिये,<br />बधाई।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-64770798371148962532012-12-29T20:57:55.757+05:302012-12-29T20:57:55.757+05:30यह आपने बहुत अच्छा किया। एक साथ सभी के विचार आ गये...यह आपने बहुत अच्छा किया। एक साथ सभी के विचार आ गये।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-58303248231235709742012-12-29T19:28:39.416+05:302012-12-29T19:28:39.416+05:30बेटी दामिनी,
हम तुम्हें मरने ना देंगे
जब तलक जिंद...बेटी दामिनी,<br /><br />हम तुम्हें मरने ना देंगे<br />जब तलक जिंदा कलम है.<br /><br />श्रद्धांजलि का एक फूल मेरे परिवार का भीमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-16120749818780390422012-12-29T18:30:30.128+05:302012-12-29T18:30:30.128+05:30अब जगाने नहीं सबके जागने का समय है ...
..जागरूकत...अब जगाने नहीं सबके जागने का समय है ... <br />..जागरूकता भरी सार्थक प्रस्तुति के लिए आपका आभार! <br />दामिनी के बलिदान को अश्रुपूरित श्रद्धा सुमन!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-41613626873379723992012-12-29T17:50:28.376+05:302012-12-29T17:50:28.376+05:30:(
भावभीनी श्रधांजलि!!:(<br />भावभीनी श्रधांजलि!!Suryahttps://www.blogger.com/profile/06108121648160034035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-53838599785243884582012-12-29T16:25:17.973+05:302012-12-29T16:25:17.973+05:30ab to ye comments study karne me sarm aa rahi hai ...ab to ye comments study karne me sarm aa rahi hai <br />Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-85671490192786869512012-12-29T16:07:10.629+05:302012-12-29T16:07:10.629+05:30Doshiyon ko sakht Saja aur samaj ki mansikta mein ...Doshiyon ko sakht Saja aur samaj ki mansikta mein badlav lana hoga...varna isi tarah damini ki maut hoti rahegi..kahin na kahin Monika Jainhttps://www.blogger.com/profile/18206634037142003083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-17486756537203739962012-12-29T15:32:55.240+05:302012-12-29T15:32:55.240+05:30usay sacchi shardhanjali tab hi milegi jab andolan...usay sacchi shardhanjali tab hi milegi jab andolan jari rahe<br />Rewa Tibrewalhttps://www.blogger.com/profile/06289019678581015004noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-63189535821085840172012-12-29T15:24:04.081+05:302012-12-29T15:24:04.081+05:30:(
न्याय की मांग बनी रहे !:(<br />न्याय की मांग बनी रहे !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-30907043867353642662012-12-29T15:09:51.720+05:302012-12-29T15:09:51.720+05:30भावभीनी श्रधांजलि |भावभीनी श्रधांजलि |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-7730078859899842012012-12-29T15:04:29.674+05:302012-12-29T15:04:29.674+05:30वो अनाम लड़की , जो मेरी कुछ न होते हुए भी मुझ से ज...वो अनाम लड़की , जो मेरी कुछ न होते हुए भी मुझ से जुड़ गयी थी . मेरे परिवार से जुड़ गयी थी ... जो अब नहीं रही ...लेकिन मेरा ऐसा विश्वास है की की वो हर भारतवासी के मन में एक अनिश्चित काल के लिए जीवित रहेंगी . मेरा और मेरे परिवार का उस पुन्य आत्मा को प्रणाम .बच्ची ने मन को रुला दिया है .vijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-88838502978479979112012-12-29T14:51:41.403+05:302012-12-29T14:51:41.403+05:30यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानीभाबती भारता अभ्युथानम धर्...यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानीभाबती भारता अभ्युथानम धर्मस्या तदाताम्नन<br /><br />भगवान् श्रीकृष्ण ने शिशुपाल की 99 गलती माफ़ कि थी! वो द्वापर युग की बात थी! ये कलयुग है तो इसमें 1099 तक गलतियां माफ़ की जा सकती हैं! युग युग का फर्क तो होता ही है! लेकिन एक बात निश्चित है की पाप के घड़े को भरना ही होता है! और ऐसा लगता है की ये कांग्रेस रुपी शिशुपाल का अब पाप का घड़ा भर चुका है! और ये जनता रूपी श्रीकृष्णा इस शिशुपाल की गर्दन काटने को बेताब है!<br />जय श्री कृष्णा!Khare Ahttps://www.blogger.com/profile/08834832296834095341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-84672986849869369892012-12-29T14:42:39.990+05:302012-12-29T14:42:39.990+05:30विनम्र श्रद्धांजलि ..... विनम्र श्रद्धांजलि ..... रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-16215841168614641472012-12-29T14:34:04.555+05:302012-12-29T14:34:04.555+05:30शोकमग्न है सारा देश, ऐसे में वटवृक्ष की इस पहल का ...शोकमग्न है सारा देश, ऐसे में वटवृक्ष की इस पहल का स्वागत, आशा है यहाँ नारी का स्वर कभी मंद नहीं पड़ेगा !आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-47792687751375641102012-12-29T14:17:45.411+05:302012-12-29T14:17:45.411+05:30शब्द है ,अर्थ है पर सब मौन से लगते हैं ..इतना विश्...शब्द है ,अर्थ है पर सब मौन से लगते हैं ..इतना विश्वास कभी नहीं टूटा था हालातों से ..अब हर बात का यकीन होना मुश्किल लगता है ..........रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-53279629442688021622012-12-29T14:02:31.969+05:302012-12-29T14:02:31.969+05:30सार्थक रचनाओं का संग्रह-----
काश मेरी भी आज की रचन...सार्थक रचनाओं का संग्रह-----<br />काश मेरी भी आज की रचना होती Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-89494165559469361312012-12-29T13:58:10.192+05:302012-12-29T13:58:10.192+05:30कौन कहता मर गयी
दामिनी
हर धड़कते दिल में जिन्दा
दाम...कौन कहता मर गयी<br />दामिनी<br />हर धड़कते दिल में जिन्दा<br />दामिनी<br />बुझ रही थी आग जो<br />विद्रोह की<br />और दहका गयी<br />दामिनी--------<br />"ज्योति खरे" Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-1438729279516789402012-12-29T13:52:07.683+05:302012-12-29T13:52:07.683+05:30जो लोग आज जनता को प्रदर्शन करने से रोक रहे हैं, वे...जो लोग आज जनता को प्रदर्शन करने से रोक रहे हैं, वे चुनावी दिनों में उसका इंतजार क्यों करते हैं? <br />.<br />.बहुत कठिन समय है! संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.com