tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post1996024680131797652..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: तुमरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-62618594855973963672011-01-31T22:00:55.180+05:302011-01-31T22:00:55.180+05:30एक बेहतरीन काव्य के लिए पुनः धन्यवाद् .आपकी कविताओ...एक बेहतरीन काव्य के लिए पुनः धन्यवाद् .आपकी कविताओ का तो मै हमेशा से कायल रहा हु . पारुल जी ने भी दिल को छूने वाली रचना की है. यही जज्बा बना रहे, और हमें, कविताओ का स्वाद मिलता रहे, शुभकामनायेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-23674659355307453032011-01-31T10:28:45.000+05:302011-01-31T10:28:45.000+05:30वो बदरंग हुआ
तो नीला नकाब रख गए थे तुम !
बहुत ही ...वो बदरंग हुआ<br />तो नीला नकाब रख गए थे तुम !<br /><br />बहुत ही सुन्दर भावमय करते शब्द ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-70024925432702968162011-01-31T10:06:18.286+05:302011-01-31T10:06:18.286+05:30बहुत सुन्दर कविता ...और रश्मि जी ऊपर आपकी लिखीं प...बहुत सुन्दर कविता ...और रश्मि जी ऊपर आपकी लिखीं पंक्तियाँ भी बेहद खूबसूरत ... फोटो - उम्दाडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-24488557929421934792011-01-31T09:50:57.769+05:302011-01-31T09:50:57.769+05:30अच्छी कविता। इस भावपूर्ण रचना के लिए धन्यवाद।अच्छी कविता। इस भावपूर्ण रचना के लिए धन्यवाद।शिवाhttps://www.blogger.com/profile/14464825742991036132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-19010626172525228012011-01-31T06:28:08.308+05:302011-01-31T06:28:08.308+05:30बदरंग हुआ तो नीला नकाब रख गए थे तुम !
सुन्दर !बदरंग हुआ तो नीला नकाब रख गए थे तुम !<br />सुन्दर !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-54789535611966278942011-01-30T21:14:56.261+05:302011-01-30T21:14:56.261+05:30जबाब नहीं
बहुत बहुत सुन्दरजबाब नहीं<br /><br />बहुत बहुत सुन्दरArun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-61822296425800981812011-01-30T17:08:17.461+05:302011-01-30T17:08:17.461+05:30वाह! बेहतरीन अभिव्यक्ति!वाह! बेहतरीन अभिव्यक्ति!ktheLeo (कुश शर्मा)https://www.blogger.com/profile/03513135076786476974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-75504372941930161982011-01-30T17:05:07.963+05:302011-01-30T17:05:07.963+05:30बेहद ही खूबसूरत रचना परोसी आपनें।
पारूल जी की कलम ...बेहद ही खूबसूरत रचना परोसी आपनें।<br />पारूल जी की कलम काबिले दाद है।<br />आभार इस प्रस्तुति के लियेसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-84324841538610958612011-01-30T13:48:19.224+05:302011-01-30T13:48:19.224+05:30सुलगी तिल्ली रात की
और चाँद जैसे जल उठा
जानता हूँ ...सुलगी तिल्ली रात की<br />और चाँद जैसे जल उठा<br />जानता हूँ वो बदरंग हुआ<br />तो नीला नकाब रख गए थे तुम !<br /><br />बहुत सुन्दर रचना..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-39827718010815350072011-01-30T13:32:45.084+05:302011-01-30T13:32:45.084+05:30behtreen rachnabehtreen rachnadeepti sharmahttps://www.blogger.com/profile/10113945456813271746noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-25078192844309165262011-01-30T12:56:04.580+05:302011-01-30T12:56:04.580+05:30ज़िंदगी के सवाल पर पारुल जी के जवाब का ख्वाबी अंदा...ज़िंदगी के सवाल पर पारुल जी के जवाब का ख्वाबी अंदाज़ कौन नज़र अंदाज़ कर पायेगा भला ! रश्मि जी! उनसे रू-ब-रू कराने के लिए धन्यवाद ! शायद पहली बार पढ़ रहा हूँ उन्हें.....बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-43955322823562867542011-01-30T12:01:29.028+05:302011-01-30T12:01:29.028+05:30पारुल जी की रचनाओं में एक मखमली एहसास होता है .,.....पारुल जी की रचनाओं में एक मखमली एहसास होता है .,..बहुत प्यारी रचना हैस्वप्निल तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/17439788358212302769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-62974222102444430842011-01-30T12:00:45.401+05:302011-01-30T12:00:45.401+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति है धन्यवाद दीदी ..... पारुलजी...बहुत अच्छी प्रस्तुति है धन्यवाद दीदी ..... पारुलजीकी रचनाये बहुत सुन्दर होती है ...शुभकानाए पारुलजी <br /><br />-----------<br />बस एक और हो जाये ....Coralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-4747254501363134302011-01-30T11:39:15.474+05:302011-01-30T11:39:15.474+05:30जिंदगी के सवाल पर
शायद एक जवाब रख गए थे तुम !
ज़ि...जिंदगी के सवाल पर<br />शायद एक जवाब रख गए थे तुम !<br /><br />ज़िंदगी सवाल-जवाब का एक अंतहीन सिलसिला ही तो है।<br /><br />अच्छी कविता। इस भावपूर्ण रचना के लिए धन्यवाद।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-69288794400741989892011-01-30T11:02:12.223+05:302011-01-30T11:02:12.223+05:30सही बात है कुछ खाश थे तुम..........बहुत ही सुंदर र...सही बात है कुछ खाश थे तुम..........बहुत ही सुंदर रचना "तुम"..........बेहतरीनEr. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.com