मस्कार मित्रों! परिकल्पना ब्लॉग उत्सव मे आज मैं बच्चों के लिए लेकर आया हूँ एक खास उत्सव। तो आइये मैं आपको ले चलता हूँ बच्चों के एक आलवेले उत्सव में। जी हाँ एक ऐसा उत्सव में जहां केवल बच्चे ही बच्चे हैं। बच्चों की अपनी कार्यशाला है, बच्चों की अपनी रचनात्मकता है और बच्चों का अपना अलग कार्यक्रम है। 

विगत 25 जून 2013 को दिल्ली के शंकर लाल मिरधर सभागार में श्री राम सेंटर और नव भारत टाइम्स के सौजन्य से "चिल्ड्रेन शो" आयोजित किया गया और इस अवसर पर चिल्ड्रेन थियेटर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। उत्पल झा के निर्देशन में बाल कलाकारों की नायाब नाट्य प्रस्तुति हुई। हिन्दी हास्य नाटक "जादुई सूट/जादुई कपड़ा" का भव्य मंचन किया गया।

 ....एक राजा जिसे थोड़ी थोड़ी देर में नए नए वस्त्र / सूट बदलने का शोक कितना महगा पड़ा...., यह आप स्वयं देखिये। 

 भाग: एक
भाग: दो भाग: तीन भाग: चार भाग: पाँच

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