आधा सेर चाउर पका
बुढ़वा ने खाया -- बुढ़िया ने खाया
लेंगरा ने खाया -- बौकी ने खाया
कुतवा ने खाया चवर-चवर

आध सेर चाउर नहीं पका
बुढ़वा ने नहीं खाया, बुढ़िया ने नहीं खाया
रह गया लेंगरा भूखा, बौकी भूखी
कुतवा भूखा, बकरिया भूखी
जो गया था चाउर लाने
लौट कर नहीं आया आजतक !

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अरविन्द श्रीवास्तव
http://janshabd.blogspot.in/

11 comments:

  1. gareebi ka sachcha chitra ek laghu katha ke jaise aankhon ke saamne aa gaya.bahut marmik abhivyakti.

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  2. आध सेर चाउर नहीं पका
    बुढ़वा ने नहीं खाया, बुढ़िया ने नहीं खाया
    रह गया लेंगरा भूखा, बौकी भूखी
    कुतवा भूखा, बकरिया भूखी
    जो गया था चाउर लाने
    लौट कर नहीं आया आजतक !

    bahut sundar prstiti,shubhakaananaayen.

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  3. बढ़िया प्रस्तुति ।

    खबर आजतक पर चली, गली गली सी लाश ।

    नक्सल-गढ़ थाने पड़ी, जिसकी रही तलाश ।।

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  4. आध सेर चाउर नहीं पका
    बुढ़वा ने नहीं खाया, बुढ़िया ने नहीं खाया
    रह गया लेंगरा भूखा, बौकी भूखी
    कुतवा भूखा, बकरिया भूखी
    जो गया था चाउर लाने
    लौट कर नहीं आया आजतक !
    bahut hi maarmik varnan ! aabhar

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  5. आधा सेर चाउर नही पका...................


    जो गया था चाउर लाने
    लौट कर नहीं आया आजतक !

    आह !

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  6. यही है तस्वीरे हिन्दोस्तान !

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  7. सुन्दर चित्रण...

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