उतार चढ़ाव झंझावात आँधी तूफ़ान
नन्हा दीया इसके मध्य भी अथक प्रयास करता है
उदाहरण वह यूँ हीं नहीं बनता ....



रश्मि प्रभा

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जीवन संघर्ष है


जीवन है संघर्ष अनवरत
मृत्यु अटल विश्राम है
जीवन संघर्ष से इंकार मगर
कायरों का ही काम है
जो जीते जीवन समर को
मृत्यु विश्राम उसका इनाम है
माना ये संग्राम विकट है
तेरा मन भी हुआ विकल है
मगर इस समर में विजय पाने को
हिम्मत तेरी दुधारी तलवार है
रिश्ते नाते अहम् बहुत हैं
अहम् जीवन में प्यार भी है
मगर पहला प्यार जीवन का
तेरा स्वयं होने का एहसास ही है
माना दुःख कष्टों के घन सघन हैं
राह में कंटक विस्तार है
मगर जीवन में आगे बढ़ने का
तुझे मिला वरदान है
बावरे .... तू है तो ही जीवन को
मिलता हर आयाम है

स्मृति यादें

11 comments:

  1. बेहतरीन प्रस्‍तुति के लिये आभार ।

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  2. सुन्दर सार्थक प्रस्तुति....

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  3. माना दुःख कष्टों के घन सघन हैं
    राह में कंटक विस्तार है
    मगर जीवन में आगे बढ़ने का
    तुझे मिला वरदान है

    बहुत ही बढि़या प्रस्‍तुति ।

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  4. बहुत सुन्दर सार्थक कविता !

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  5. बहुत सुन्दर भाव भरे हैं।

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  6. जीवन है संघर्ष अनवरत
    मृत्यु अटल विश्राम है
    जीवन संघर्ष से इंकार मगर
    कायरों का ही काम है
    यही जीवन का सच है ....

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  7. बावरे .... तू है तो ही जीवन को
    मिलता हर आयाम है

    वन्दनीय जिजीविषा

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  8. राह रूकती है तो आगे बढ़ने का वरदान भी है ...
    प्रेरक!

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  9. Kriti ki sarhana ke liye dhnyawaad...! :)

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  10. मगर पहला प्यार जीवन का
    तेरा स्वयं होने का एहसास ही है
    जीवन दर्शन युक्त सुन्दर रचना .

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